न जाने कैसे लौट आया है वो, मंझीलों से फिर से टकराया है वो! इस दफा वो शायद झूठ नही हैं न जाने कैसे लौट आया है वो, मंझीलों से फिर से टकराया है वो! इस दफा वो शायद ...
वो बहते झरने की तरह, सागर के गागर से अपना सुकून संग लाया है ! वो बहते झरने की तरह, सागर के गागर से अपना सुकून संग लाया है !
लौट आओ लौट आओ
काले काले मेघा तू ऐसे कैसे बरसा तन तो मेरा भीग गया मन अभी भी प्यासा, काले काले मेघा तू ऐसे कैसे बरसा तन तो मेरा भीग गया मन अभी भी प्यासा,
पूर्ण कर अरमान, नूतन साल आया। जाग रे इंसान, नूतन साल आया। ख़ुशबुओं से तर हुईं बहती पूर्ण कर अरमान, नूतन साल आया। जाग रे इंसान, नूतन साल आया। ख़ुशबुओं से ...
मैं काँपने लगा और गिड़गिड़ाया, जब ठंडा पानी अपने ऊपर गिराया , मैं काँपने लगा और गिड़गिड़ाया, जब ठंडा पानी अपने ऊपर गिराया ,